Doctor | डॉक्टर : उपचारक या कसाई

Doctor | डॉक्टर : उपचारक या कसाई | जीवनदाई शक्ति के रूप में हम भगवान को मानते हैं, उसी प्रकार डॉक्टर को भी भगवान का स्थान प्रदान किया जाता है ।

क्योंकि वह जीवन बचाने की क्षमता रखता है। कोई बीमारी हो या कहीं कोई दुर्घटना हो जाए, मानसिक अवसाद हो या शारीरिक कष्ट,भोजन करने में दांत की समस्या हो या भोजन पाचन में पेट की, बच्चे के जन्म को लेकर समस्या हो या बच्चे के जन्म ना लेने की समस्या, अत्यधिक प्रदूषण से स्वास की बीमारी हो जाए या बाढ़ के बाद वायरल इन्फेक्शन्स, सभी के लिए डॉक्टर ही याद आती है।

View our Blog: https://ensembleias.com/blog/

डॉक्टर अपनी इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाते भी है। अपने भारत में तो प्राचीन काल से ही सुश्रुत , चरक, जीवक जैसे वैद्यों एवं शल्य चिकित्सकों के उदाहरण मिलते हैं। आज भी भारत में श्रेष्ठ चिकित्सकों की कमी नहीं है जो मानवमात्र के कल्याण के लिए 24×7 तत्पर रहते हैं तथा डॉक्टर बनने के अपने उद्देश्य को सार्थक करते हैं। किन्तु आजकल हमें अख़बारों में डॉक्टरों की एक अलग ही तस्वीर देखने को मिलती है।

हम कभी डॉक्टरों द्वारा अंग तस्करी की ख़बरें पढ़ते हैं तो कभी मरीज की मृत्यु के बाद परिजनों को बिल न देने के कारण शरीर न सौंपने की, कभी डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मृत्यु की खबर होती है तो कभी अस्पताल का खर्च न दे पाने के कारण, कभी मरीज दवाइयों की कमी से मरता है तो कभी डॉक्टरों की देरी से कभी जीवित बच्चे को मृत घोषित कर देना।

सरकारी डॉक्टरों द्वारा मरीज की अनदेखी करना, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, तो आम बात है। सरकारी डॉक्टर द्वारा अपना निजी अस्पताल चलाना तो उससे भी ज्यादा आम है। ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टर जाना भी नहीं चाहते, जिससे समस्या और बढ़ जाती है। कई बार डॉक्टरों में मरीज को लेकर संवेदनशीलता का अभाव एवं अत्यधिक धनलोलुपता भी देखने को मिलती है।

कभी कभी तो डॉक्टरों द्वारा धन को मरीज के जीवन से ऊपर रखा जाता है तथा उसके जीवन की कीमत लगा दी जाती है। डॉक्टरों द्वारा धन को अत्यधिक प्राथमिकता देना यद्यपि उनमें मूल्यों के अभाव एवं संवेदनशीलता की कमी को प्रदर्शित करता है, किन्तु इसका एक कारण मेडिकल की तयारी एवं उसकी पढ़ाई में होने वाला अत्यधिक खर्च भी है।

कई बार तो माता पिता द्वारा इसके लिए कर्ज भी लिया जाता है। ऐसी परिस्थिति में हमें यह उम्मीद रखना कि डॉक्टर द्वारा पूरी तरह से धन से निर्मोही होकर कार्य किया जाएगा, एक कपोल कल्पना ही है। चूंकि संवेदनहीनता का कारण द्विदिशीय है, अतः इस संवेदनहीनता को दूर करने के लिए प्रयास भी दोनों प्रकार के किए जाने चाहिए।

Visit our store at http://online.ensemble.net.in

एक ओर जहाँ डॉक्टरों में संवेदनशीलता एवं मूल्यों के विकास के लिए विशेष सत्रों के आयोजन के साथ साथ लापरवाही हेतु कार्यवाही की जानी चाहिए, वहीँ दूसरी ओर मेडिकल शिक्षा के खर्च को कम करने, कोचिंग की व्यवस्था करने पर भी ध्यान दिया जाना चाहए।

दोनों प्रकार के प्रयास करने पर ही समुचित परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं तथा एक डॉक्टर सदैव ही रक्षक, उपचारक एवं जीवनदाता की भूमिका सम्पादित करेगा। किसी भी देश में दुश्मन की जरूरत ही क्या है, जहां उपचारक के व्यवसाय में भ्रष्टाचार आ जाए।

For more details : Ensemble IAS Academy Call Us : +91 98115 06926, +91 6232282596 Email: [email protected] https://ensembleias.com/ #doctor #physician #therapist #medical_practitioner #Surgeon #geographyoptional #upsc2020 #ias #k_siddharthasir #ensembleiasacademy