यह केवल दो देशों की लड़ाई नहीं है… नागोर्नो-करबाख, आर्मेनिया और अजरबैजान टकराव
आर्मीनिया और अजरबैजान की जंग में रूस और तुर्की के इसमें कूदने का खतरा पैदा हो गया है। रूस जहां आर्मीनिया का समर्थन कर रहा है, वहीं अजरबैजान के साथ नाटो देश तुर्की और इजरायल है। आर्मेनिया और रूस में रक्षा संधि है और अगर अजरबैजान के ये हमले आर्मेनिया की सरजमीं पर होते हैं तो रूस को मोर्चा संभालने के लिए आना पड़ सकता है। आर्मीनिया में रूस का सैन्य अड्डा भी है। इस युद्ध में अगर रूस आता है तो महायुद्ध का खतरा पैदा हो सकता है।