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मगध महिला कॉलेज में “भविष्य की आशा को प्रज्वलित करने में महिलाओं का योगदान”

मगध महिला कॉलेज में “भविष्य की आशा को प्रज्वलित करने में महिलाओं का योगदान” विषय पर महिला शक्ति शिखर सम्मेलन का हुआ आयोजन किया गया। मगध महिला कॉलेज के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर यह शिखर सम्मेलन करीब 12 घंटे तक चली। जोकि Trans brahma (Delhi), महिला सशक्तिकरण मंच, World Intellectual Forum के संयुक्त तत्वावधान में 8 मार्च 2021 को संपन्न हुआ। आयोजन की मुख्य बात यह रही कि इस आयोजन में कॉलेज के 14 स्मार्ट क्लास रूम एवं छात्राएं अपने मोबाइल के माध्यम से जुड़ी रहीं। ममता मातृत्व माहिसासुरमर्दिनी भाव पर आधारित इस कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में ख्यातिप्राप्त महिलाओं की उपलब्धियों की प्रेरक जीवन-यात्रा की झांकी, महत्त्वपूर्ण समसामयिक विषयों पर समूह-परिचर्चा एवं व्याख्यान द्वारा गिग इकोनोमी में प्रवेश कर रहे वर्तमान भारत और भविष्य के भारत को ज्ञान महाशक्ति के रूप में स्थापित करने हेतु आज की युवा महिलाओं को प्रेरित करना है ।

नारी अपने अस्तित्व की पहचान स्वयं के दृष्टिकोण से करें

नारी सशक्तिकरण का वास्तविक अर्थ – नारी का स्वयं से परिचय से है । अब तक नारी स्वयं की परख परिवार या समाज की दृष्टि से करती आयी है किन्तु बदलते समय में यह आवश्यक हो गया है कि नारी अपने अस्तित्व की पहचान स्वयं के दृष्टिकोण से करे । नारी सशक्तिकरण का अर्थ केवल आर्थिक रूप से सशक्त होना नहीं है वरन परिवार या समाज की छाया के बंधन से मुक्त हो कर स्वयं के व्यक्तित्व निर्माण से है। महिला शक्ति शिखर सम्मेलन महिलाओं को समाज में उचित पहचान दिलाने, उनके अस्तित्व को स्वीकारने तथा उनकी योग्यता को पुरस्कृत करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है । यह एक ऐसा मंच है जहाँ विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाली महिलायें अपने अनुभवों और विचारों से आधी आबादी को अपनी अस्मिता को पहचानने के लिए प्रेरित करती है ।

 बिहार के लिए महिला शक्ति सम्मेलन का आयोजन महत्वपूर्ण

इसका आयोजन बिहार के संदर्भ में ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि यहाँ की नारियों के व्यक्तित्व में उनके परिवार या समाज की परछाई दिखती है । यह आयोजन निश्चित ही उन्हें नई दिशा प्रदान करने वाला है । इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं का व्यक्तित्व-निर्माण, निर्णय लेने की क्षमता का विकास, सही-गलत की पहचान करना तथा विभिन्न क्षेत्र के विविध आयामों से अवगत कराना है ।

मेनका गांधी समेत कई वक्ताओं ने दिया व्याख्यान

सर्वप्रथम मुख्य अतिथि मेनका गांधी, माननीय पूर्व कैबिनेट मंत्री, भारत सरकार, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर सुनयना सिंह, वीसी, नालंदा विश्वविद्यालय एवं डॉ. जेनिस दरबारी, माननीय कनसुलेट जेनरल रिपब्लिक मॉन्टेनिग्रो ने कार्यक्रम को संबोधित किया ।  इस सत्र में 15 वक्ताओं ने विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया ।

दूसरे सत्र में भी प्रिंसिपल शशि शर्मा समेत कई वक्ताओं ने  दिया व्याख्यान

दूसरे सत्र में विश्व बौद्धिक मंच एवं ट्रांस ब्रह्म के सौजन्य से 6 वक्ताओं अलेली पेरो अंब्रोसी, अर्जेंटीना,यात्री और लेखक, प्रो शशि शर्मा, प्रिंसिपल, मगध महिला कॉलेज पटना, डॉक्टर एस मुखर्जी, अध्यक्ष एंसेंबल भूगोलविद, डॉ कनु मेघा दुबई, मानसिक चिकित्सक, प्रोफेसर अंजुम फातिमा, सामाजिक क्रूसेडर, हेलेना लोरेंत्जन, मोनाको, राष्ट्र अध्यक्ष ,वैश्विक शांति कड़ी, ने  क्रमशः यात्री और खोजकर्ता के रूप में महिला, वैश्विक उथल पुथल में शांति और महिला प्रशासक , आधी आबादी, महिला और इतिहास में वैज्ञानिक प्रकृति, एकीकृत अर्थव्यवस्था के रूप में सामाजिक उत्थान, मानवता शक्ति के रूप में  योग और ध्यान विषयों पर व्याख्यान दिया । इस सत्र में कार्यक्रम का संचालन डॉ. थॉमस डेफरेन ने किया।

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तीसरे सत्र में कई विदेशी वक्ताओं ने रखे अपने विचार

कार्यक्रम के तीसरे सत्र में Allatra (International Online Television) के सौजन्य से कुल 6 वक्ताओं रेन लिन, वॉयस फॉर इंडिया, लेजली सैनन, ट्रेंड स्काउटिंग, नोकिया, अन्या ठक्कर, उद्यमी, ओल्गा कोवतुन, Allatra टीवी, कार्यकर्ता, एलेक्जेंड्रा चेक, आईपीएम कार्यकर्ता, कैरोलिना हरॉनोवा, कार्यकर्ता Allatra, चेक गणराज्य ने शांति और रचनात्मकता के विश्व शत्रु के लिए धारणा प्रबंधन, प्रोद्योगिकी का भविष्य और स्त्री अनुभव, रचनात्मक अवसर की ओर झुकाव, शांति के आधार के विविध आयाम विषयों पर परिचर्चा की । इस सत्र में कार्यक्रम का संचालन अन्या रीबकोव यूक्रेन, क्रिस्टीना इवन्तसाव, चेक गणराज्य ने किया ।

महिलाओं को एक प्लेटफॉर्म पर लाने की सराहनीय कदम

इस शिखर की परिकल्पना विश्वविख्यात भू-वैज्ञानिक एवं रणनीतिक विचारक के.सिद्धार्थ ने की। विश्व के सभी महाद्वीपों में विभिन्न क्षेत्रों में अपने योगदान दे रही महिलाओं को एक प्लेटफार्म पर आमंत्रित कर इस शिखर सम्मेलन को सफल बनाने में श्री के सिद्धार्थ ने अहम भूमिका निभाई  है। इस कार्यक्रम के सफल संचालन एवं लाइव प्रसारण में मगध महिला कॉलेज, पटना की तकनीकी टीम का विशेष योगदान रहा । कॉलेज की प्राचार्या प्रो. (डॉ.) शशि शर्मा ने कार्यक्रम-संचालन की जिम्मेदारी का निर्वहन सफलता पूर्वक किया । इस कार्यक्रम में विश्व के लगभग सभी महाद्वीपों से 20000  से भी अधिक दर्शकों ने भाग लिया।

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Source : Shift India