सभी तड़ित झंझा और तड़ित खतरनाक होते हैं। प्रत्येक तड़ित वृष्टि, तड़ित उत्पन्न करती है, जो लोगों व मवेशियों की मृत्यु का कारण बन सकती है। बिजली/तड़ित ही तड़ित झंझा में गर्जना उत्पन्न करती है, तड़ित अपने अप्रत्याशित व्यवहार के कारण मानव व संपत्ति की हानि को बढ़ा देती है।
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बिजली से प्रभावित व्यक्ति दीर्घकाल तक दुर्बलता उत्पन्न करने वाले लक्षणों जैसे, स्मृति ह्रास, निद्रा सम्बंधी विकार, सुन्नता, चक्कर, जोड़ों में अकड़न, तनाव और बहुत देर तक बैठने में असमर्थता आदि लक्षणों से युक्त होता है।
तड़ित अधिकांशतः भारी वर्षा क्षेत्र के बाहर लगभग पन्द्रह किलोमीटर के क्षेत्र में घटित होती है। “Heat Lightning” से अभिप्राय तड़ित झंझा से उत्पन्न बिजली जिसे देखा जा सकता है लेकिन अधिक दूरी होने के कारण उसकी आवाज सुनाई नहीं देती है।
तीव्र तड़ित झंझा ओले उत्पन्न करती है, बड़े आकार के ओले, खिड़कियों के शीशे को तोड़ सकते हैं व मनुष्यों और पशुओं को चोटिल कर सकते हैं। ओलों के प्रति पशु विशेष रूप से सुभेद्य होते हैं।
तड़ित झंझा और बिजली गिरने से पूर्व क्या कदम उठाने चाहिए।
• तड़ित झंझा की स्थिति में बाहर नहीं निकलना चाहिए, गर्जना ध्वनि, तूफान से दूरी का आभास देती है। आपात स्थिति में शीघ्रता से कहीं आश्रय लेना चाहिए
• सुरक्षा के लिए दुबक कर बैठने की अवस्था का अभ्यास करना चाहिए क्षेत्र में सबसे ऊंचे स्थान सर्वप्रथम तड़ित से प्रभावित होते हैं इसलिए ऊंची संरचनाओं जैसे पेड़, टावर, टेलीफोन लाइनें विद्युत लाइनों आदि के समीप होने से बचना चाहिए
• धात्विक संरचनाएं जैसे कि खम्भा, छड़ आदि से दूरी बनाकर रखनी चाहिए क्योंकि ये धात्विक संरचनाएँ हैं जो तड़ित को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
• आपके समीप ही बिजली गिरती है तब जलाशयों जैसे कि झील, तालाब, नदी और नहरों आदि से दूर रहना चाहिए क्योंकि जल के माध्यम से विद्युत प्रवाहित हो सकती है।
सावधानियां और निवारण ।
तड़ित विद्युतीय उपकरणों जैसे कि टेलीविजन, फ्रिज, एयर-कंडिशनर, टेलीफोन आदि को नष्ट कर सकती है, इसलिए तड़ित झंझा की स्थिति में इन सभी उपकरणों को बंद कर देना चाहिए
• वृक्षों और झाड़ियों को काट-छांट कर सुव्यवस्थित रूप से घर के चारों ओर लगाना चाहिए
• विद्युत संवाही रॉड को अधिष्ठापित करना चाहिए यह विद्युतीय प्रवाह को भूमि में संवहित कर देता है।
एक भीषण तड़ित झंझा और तड़ित के दौरान क्या करें ।
• प्राकृतिक तड़ित संचलनीय रॉड जैसे की ट्रैक्टर, साइकिल आदि से बचना चाहिए, क्योंकि ये तड़ित को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
• घर के दरवाज़े व खिड़कियां बंद कर देना चाहिए ताकि तेज हवाओं और उड़ते हुए मलबे से हानि ना हो।
• विद्युतीय उपकरण और टेलीफोन से बचना चाहिए टेलीविजन से विशेष रूप से बचना चाहिए
• नहाने के टब, जल नलिका और सिंक (Sinks) से बचना चाहिए क्योंकि धातु के पाइपों के द्वारा विद्युत प्रवाहित हो सकती हैं।
तड़ित के दौरान क्या करें?
तड़ित अधिकांशतः पीड़ित के अंदर प्रवेश प्रत्यक्ष रूप से ऊपर से सिर के द्वारा न करके भूमि के द्वारा करती है। दुबककर बैठने की अवस्था और न्यूनतम पृष्ठीय सम्पर्क तड़ित से बचने में सहायक होता है।
यदि कोई तड़ित से प्रभावित हो जाता है तब क्या करें ?
• 100/101 और 102 नम्बर पर आपात काल करके पुलिस, अग्निशमन सेवाओं और चिकित्सा की सेवाओं से सहायता लेनी चाहिए।
• घाव यदि है तब रक्त प्रवाह को रोकने के लिए निष्कीटित कपड़े का उपयोग करना चाहिए यदि पीड़ित श्वास नहीं ले रहा है तब (Rescue Breathing) का सहारा लेना चाहिए, यदि पीड़ित के दिल की धड़कनें बंद हो गईं तब एक प्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा कृत्रिम श्वसन उपलब्ध कराना चाहिए।
• यदि एक व्यक्ति को विद्युतीय झटका लगा हो तब उसके शरीर के प्रभावित भाग की जांच कर उसका उपचार करना चाहिए तड़ित से प्रभावित होने के कारण तंत्रिका तंत्र क्षतिग्रस्त हो सकता है, हड्डियां टूट सकती हैं, आंखों की दृष्टि व कानों की श्रवण शक्ति जा सकती है। तड़ित प्रभावित व्यक्ति में विद्युतीय चार्ज नहीं होता है इसलिए उसकी सरलता से देखभाल की जा सकती है।
• पीड़ित को अविलंब अस्पताल पहुंचाना चाहिए।
• राहत और क्षतिपूर्ति राशि पीड़ित को मिलनी चाहिए।
• जिला प्रशासन को लोगों को विद्यालय, कॉलेजों, राष्ट्रीय कैडेट कोर आदि संगठनों के माध्यम से शिक्षित व जागरूक करना चाहिए।